बीकानेर की खबरें

सीधी-सट्ट 

🐯 *मिशन निर्माण और सजग आंगनबाड़ी का असर*
*सीखने की क्षमता में औसतन 15 प्रतिशत तक की हुई बढ़ोतरी*
*आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट टीवी, एजुकेशन टॉयज के उपयोग का दिखा असर*
बीकानेर, 5 फरवरी। जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्यनरत प्री प्राइमरी सेक्शन के बच्चों के सामाजिक- भावात्मक तथा संज्ञानात्मक विकास की दिशा में मिशन निर्माण मील का पत्थर साबित हो रहा है।
व्यापक भौगोलिक क्षेत्र और छितराई हुई बसावट, अभिभावकों में प्री स्कूली शिक्षा और पोषण कार्यक्रमों की कम जानकारी तथा प्रशिक्षित मानव संसाधनों की कमी जैसी चुनौतियों के बीच जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर इस श्रेणी के बच्चों के सर्वांगीण विकास में अब तुलनात्मक सुधार दर्ज किया गया है।
जनवरी 2024 में किया गया एक सर्वे यह दर्शाता है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में ऑडियो विजुअल माध्यम ( स्मार्ट टीवी) का प्रयोग कर डिजिटल लर्निंग, खेल-खेल में शिक्षा और गतिविधि आधारित अधिगम प्रक्रिया से बच्चों के बौद्धिक और शैक्षणिक विकास में औसतन 15 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। उदाहरण के तौर पर देखें तो मोती माला में पिरोने की क्षमता पहले की 51 प्रतिशत की तुलना में 70 प्रतिशत, ध्वनि की पहचान में पहले की तुलना में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, भूल भुलैया जैसी पहेलियां सुलझाने में भी इस आयु वर्ग के बच्चों की बौद्धिक क्षमता में करीब 10 फीसदी तक वृद्धि हुई है। सर्वे में रंगों व ऑब्जेक्ट की पहचान में 9 प्रतिशत, सरल निर्देशों की पालना, भावनाओं विचारों को शब्दों या सरल वाक्य में व्यक्त करने में 10 प्रतिशत, चित्र का वाक्य में वर्णन करने में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इसके अतिरिक्त परिचित व्यक्तियों के साथ बातचीत, खुशी उदासी और क्रोध जैसी भावनाओं की पहचान और अभिव्यक्ति, नई चीज़ सीखने के प्रति जिज्ञासा और रुचि, नृत्य नाटक और संगीत सहित विभिन्न गतिविधियों से जुड़े प्रश्नों को भी इस सर्वे में शामिल कर बच्चों के बौद्धिक विकास की तुलनात्मक जांच की गई। सभी प्रश्नों पर 3 से 6 वर्ष के बच्चों के अधिगम स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। *अप्रैल 2022 में प्रारंभ किया गया था सजग आंगनबाड़ी*निर्माण ने दी नई दिशा*
आंगनबाड़ी केंद्रों के बुनियादी ढांचे में विकास के लिए अप्रैल 2022 में भामाशाहों के सहयोग से चलाए गए सजग आंगनबाड़ी अभियान के तहत फर्नीचर, पेंटिंग, बैठने की व्यवस्था को बेहतर बनाया गया, वहीं अगस्त 2023 से प्रारंभ किए गए, मिशन निर्माण के तहत यहां अध्ययरत 3 से 6 वर्ष के बच्चों के बौद्धिक विकास और शिक्षण में डिजिटल माध्यमों को शामिल करते हुए 1350 आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्मार्ट टीवी उपलब्ध करवाए गए , साथ ही ई कंटेंट देकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस कंटेंट के अनुरूप बच्चों को सिखाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। स्मार्ट टीवी के माध्यम से प्रतिदिन करवाए गए कार्य की मॉनिटरिंग भी की गई।
प्री प्राइमरी सेक्शन के बच्चों की अधिगम प्रक्रिया में डिजिटल लर्निंग कंटेंट के साथ-साथ खेल-खेल में शिक्षा तथा एक्टिविटी आधारित गतिविधियों को शामिल करते हुए यह परिणाम प्राप्त किए गए हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका स्थापित कर बच्चों के शारीरिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों में रेंडम आधार पर अलग-अलग आयु वर्ग के बच्चों के साथ सर्वे किया गया, साथ ही बच्चों के अभिभावकों से बातचीत के आधार पर प्राप्त परिणाम यह स्पष्ट करते हैं कि स्मार्ट टीवी से डिजिटल कंटेंट और गतिविधि आधारित शिक्षण से इस वर्ग के बच्चों को मानसिक, शैक्षणिक और बौद्धिक विकास को मजबूती मिली है।









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